नई दिल्ली । कांग्रेस के लिए यूपी की अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीटें गढ़ के तौर पर जानी जाती रही हैं। लेकिन 2019 के आम चुनाव में जब कांग्रेस की करारी हार हुई तो अमेठी भी वह नहीं बचा सकी। यहां राहुल गांधी को लगातार तीन चुनाव में जीत के बाद स्मृति इरानी के मुकाबले करारी हार झेलनी पड़ी थी।
इस तरह यूपी में अब एक ही किला कांग्रेस के पास रह गया है और वह है रायबरेली। इस बीच अमेठी में आज 2024 के आम चुनाव से पहले फिर से राहुल और स्मृति इरानी के बीच मुकाबला देखने को मिलेगा। राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा लेकर अमेठी पहुंच रहे हैं। वहीं स्मृति इरानी भी 4 दिनों के दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र पहुंच रही हैं।
2024 के आम चुनाव में किसका पलड़ा भारी
इस तरह दोनों नेताओं के अलग-अलग आयोजन आज शहर में दिखेंगे। यह मुकाबला इस तस्वीर को भी साफ कर देगा कि 2024 के आम चुनाव में किसका पलड़ा भारी है। अब तक कांग्रेस की ओर से ऐसा कोई संकेत नहीं दिया गया है कि राहुल गांधी अपने इस गढ़ से इस बार चुनाव में उतरेंगे या नहीं। यही नहीं रायबरेली से सांसद सोनिया गांधी अब राज्यसभा का रुख करने वाली हैं। ऐसे में यहां से उनकी जगह मुकाबले में कौन उतरेगा, यह भी साफ नहीं है। पार्टी की ओर से यह संकेत मिल चुके हैं कि परिवार से ही कोई सदस्य यहां उतरेगा, लेकिन वह राहुल गांधी होंगे या फिर प्रियंका वाड्रा, अब तक यह स्पष्ट नहीं है।
राहुल गांधी की यात्रा भी आज अमेठी पहुंच रही
स्मृति इरानी के प्रतिनिधि विजय गुप्ता ने बताया कि वह सोमवार से अमेठी के 4 दिनों के दौरान पर रहेंगी। इस दौरान वह अलग-अलग गांवों के लोगों से मुलाकात करेंगी। वह आम लोगों से मुलाकात के दौरान उनकी समस्याओं को सुनेंगी और उन्हें हल कराएंगी। वहीं राहुल गांधी की यात्रा भी आज अमेठी पहुंच रही है। इस दौरान अखिलेश यादव भी उनके साथ रह सकते हैं। सपा सूत्रों का कहना है कि अखिलेश यादव अमेठी या फिर रायबरेली में कांग्रेस की यात्रा में शामिल हो सकते हैं। अमेठी में राहुल गांधी रोडशो करेंगे और एक रैली भी करने वाले हैं।
राहुल गांधी और स्मृति इरानी का आमने-सामने आना मुश्किल
भले ही राहुल गांधी और स्मृति इरानी आज अमेठी में होंगे, लेकिन उनका आमना-सामना मुश्किल लग रहा है। इसकी वजह यह है कि दोनों के कार्यक्रमों का शेड्यूल ही ऐसा है कि उनका एनकाउंटर होना मुश्किल है। बता दें कि राहुल गांधी फिलहाल मणिपुर से मुंबई तक की यात्रा पर हैं। इस दौरान वह 6,700 किलोमीटर का सफर 15 राज्यों से होते हुए पूरा करेंगे।