रांची। झारखंड का राजभवन उद्यान आम लोगों के लिए छह फरवरी से खोला जा रहा है। 12 फरवरी तक सुबह 10 बजे से दोपहर तीन बजे तक खुला रहेगा। कोई भी व्यक्ति सुबह 10 बजे राजभवन के गेट नंबर-दो से अपना रजिस्ट्रेशन और सुरक्षा जांच कराकर दिन के एक बजे तक ही अंदर प्रवेश कर सकेंगे। प्रवेश पूरी तरह नि:शुल्क होगा।
राजभवन ने लोगों की भीड़ की संभावना को देखते हुए दर्शक को अंदर अधिकतम 30 मिनट तक ही भ्रमण करने की अनुमति दी है। प्रवेश करने के लिए हर व्यक्ति को अपने पास पहचान पत्र रखना अनिवार्य होगा। इस उद्यान में 400 किस्म के 17 हजार से अधिक गुलाब हैं। विदेशों से मंगाये गये फूल सहित भारत-पाकिस्तान युद्ध में उपयोग में लाये गये टैंक, बड़ा चरखा, शहीद स्थल आदि आकर्षण का केंद्र हैं।
52 एकड़ में फैला है राजभवन
झारखंड राजभवन लगभग 52 एकड़ में फैला हुआ है। इसका निर्माण 1930 में हुआ था। आम लोगों के लिए सबसे पहले उद्यान वर्ष 2004 में खोला गया था। उस समय सैयद सिब्ते रजी गवर्नर थे। इस उद्यान में 400 किस्म के 17 हजार से अधिक गुलाब हैं। परिसर में कृत्रिम ऑक्टोपस, पहाड़-झरने और दीवारों पर बने सोहराय पेंटिंग्स आकर्षण के केंद्र हैं। बच्चों के खेलने के लिए चिल्ड्रेन पार्क भी है। परिसर में मौसमी फूलों की भरमार है। पीला बांस सहित रुद्राक्ष, कल्पतरू आदि के पेड़, आर्किड गार्डेन, स्ट्रॉबेरी, संतरा, मौसम्मी, सेव, चीकू, काजू, जामुन, कपूर, तेजपत्ता, लेमन ग्रास, गुलमर्ग, चंदन, लौंग, कबाबचीनी, दालचीनी, इलाइची आदि के पेड़ हैं।
फूलो झानो उद्यान, नौ म्यूजिकल फाउंटेन, महात्मा गांधी औषधी उद्यान और गुरु गोविंद सिंह वाटिका स्थित तालाब में मछलियां आकर्षण के केंद्र हैं। उद्यान में अकबर गार्डेन, बुद्ध गार्डेन, अशोका, मूर्ति गार्डेन आदि देखने लायक हैं। विदेशों से मंगाये गये फूल सहित भारत-पाकिस्तान युद्ध में उपयोग में लाये गये टैंक, बड़ा चरखा, शहीद स्थल आदि आकर्षण का केंद्र हैं।