नई दिल्ली । किसान आंदोलनकारी समेत तमाम केंद्रीय यूनियनों ने आज देशभर में भारत बंद का आह्वान किया है। इस वजह से शुक्रवार यानी आज दिल्ली-NCR में खास अलर्ट जारी है। तमाम शहरों में पुलिस ने अपने-अपने स्तर पर इसे लेकर तैयारियां की हैं।
भारत बंद को लेकर सुबह से ही गुरुग्राम पुलिस अलर्ट
गुरुग्राम में ग्रामीण भारत बंद को लेकर सुबह से ही गुरुग्राम पुलिस अलर्ट है। हर जगह पुलिसकर्मियों की टीम को तैनात किया गया है। गुरुग्राम पुलिस का कहना है कि अगर कोई भी व्यक्ति जबरन दुकानों को बंद कराता पाया गया तो उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वावधान में सुबह 11 बजे कमला नेहरू पार्क में सभा कर मार्च निकाला जाएगा। वहीं पीएम मोदी की रेवाड़ी में होने वाली रैली में जाने के लिए भी बड़ी संख्या में नेताओं की गाड़ियां शहर की सड़कों से गुजरेंगी।
इससे यातायात का दबाव बढ़ सकता है। यातायात सुचारू और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ सकती है।
आह्वान को लेकर पूरे शहर में पुलिस ने की नाकाबंदी
फरीदाबाद में भी पुलिसकर्मी तैनात गुरूग्राम के बाद फरीदाबाद में भी अर्लट जारी किया है। केंद्रीय ट्रेड यूनियन द्वारा भारत बंद के आह्वान को लेकर पूरे शहर में पुलिस ने की नाकाबंदी। 12 विशेष नाके लगाए गए हैं। किसान संगठनों के दिल्ली कूच के बाद आज भारत बंद के आह्वान को लेकर लोगों की परेशानी बढ़ सकती है।
सरकारी कार्यलय में दिख हड़ताल सरकारी कार्यालय के कर्मचारी हड़ताल में शामिल हो सकते हैं। इसलिए आमजन आज सरकारी कार्यालय को रुख न करें तो बेहतर रहेगा। हरियाणा रोडवेज बस की सेवा भी प्रभावित रहेंगी।
जिला उपयुक्त में जिले में धारा 144 लागू कर दी है और ड्यूटी मजिस्ट्रेट कर दिए गए हैं। तैनात किए गए ड्यूटी मजिस्ट्रेटों की मौजूदगी में हर हालत पर नजर नजर रखी जाएगी।
स्थिति से निपटने के लिए व्यापक स्तर पर कदम उठाए
किसानों के भारत बंद में हरियाणा रोडवेज के कर्मचारी शामिल हो गए हैं और उन्होंने बसों का चक्का जाम कर दिया है। जबकि डेढ़ महीने की हड़ताल के बाद पटवारी काम पर लौटे हैं। इसे आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। प्रशासन ने किसी भी स्थिति से निपटने के लिए व्यापक स्तर पर कदम उठाए हैं।
नूंह में अभी तक सब शांत, चपे-चपे पर पुलिस तैनात नूंह में भारत बंद का अभी तक असर नहीं दिखा है। सुबह चलने वाली बसें समय से चलीं। प्रशासन की ओर से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। किसान मोर्चा की घोषणा के बाद भी किसान अपने खेतों पर जाकर काम करते नजर आए। किसान नेताओं ने दावा किया था कि ग्रामीण भारत बंद के चलते किसान खेतों पर नहीं जाएंगे। बिजली निगम कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारी धरना दे रहे हैं।