भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन सदन में मोहन यादव सरकार पहला बजट पेश किया गया। यह सरकार का अंतरिम बजट है, जिसे प्रदेश का विकास परक और नागरिकों के कल्याण का बजट बताया है। इस बजट में शिक्षा, सिंचाई, कृषि, उच्च शिक्षा, स्कूल शिक्षा, ग्रामीण विकास, लोक निर्माण, शहरी विकास, अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण, स्वास्थ्य और नागरिकों को लेकर काफी कुछ है। सदन में वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा द्वारा अंतरिम बजट पेश किया। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस बजट को जनकल्याण बजट बताया है।
विधानसभा में माननीय राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल के कृतज्ञता ज्ञापन पर चर्चा उपरांत मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रतिउत्तर दिया। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि हमारी सभी जनहितैषी योजनाएं जारी हैं। कोई भी हितग्राही मूलक योजना बंद नहीं होगी।
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— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) February 12, 2024
बजट पर क्या बोले सीएम मोहन यादव?
बजट पेश होने के बाद हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम मोहन यादव ने बजट को काफी कुछ कहा। सीएम यादव ने कहा कि इस बजट शिक्षा से लेकर कृषि, स्वास्थ्य और नागरिकों की सुविधाओं से जुड़े सभी प्राथमिक क्षेत्र के कामों के लिए पर्याप्त राशि का प्रावधान दिया गया है। सीएम यादव ने आगे कहा कि अंतरिम बजट में सभी वर्गों के कल्याण के लिए पर्याप्त राशि रखी गई है। इसके साथ ही विभिन्न योजनाओं के जरिए आम लोगों की बेहतरी के लिए भी सरकार काम कर रही है। राज्य की आधी आबादी महिलाओं और किसानों से जुड़ी योजनाओं के लिए सबसे अधिक राशि का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा प्रदेश में विकास परक कार्यों के लिए प्रावधान किए गए हैं।
कैसा रहा राज्य का अंतरिम बजट?
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम मोहन यादव ने मीडिया से कहा कि अंतरिम बजट जन आकांक्षाओं के अनुरूप है। राज्य सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में विभिन्न क्षेत्रों में अधिकतम विकास के लिए लगातार काम कर रही हैं।