Thursday, November 21, 2024
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एकतरफा प्यार में ट्रिपल मर्डर, 16 साल बाद 10 आरोपी दोषी करार

मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ में 16 साल पहले हुए गुदड़ी बाजार ट्रिपल मर्डर केस में कोर्ट ने 10 आरोपियों को दोषी करार दिया है। इनमें मृतक सुनील की गर्लफ्रेंड शीबा सिरोही शामिल है जबकि एक आरोपी देवेंद्र आहूजा उर्फ मन्नु कांवड़ लेने हरिद्वार गया था। इस कारण वह न्यायालय में उपस्थित नहीं हुआ था। कोर्ट में 9 आरोपी पेश हुए जिनमें शीबा सिरोही, अफजाल, इजलाल, वसीम, रिजवान, बदरुद्दीन, महराज, इजहार और अब्दुल रहमान उर्फ कलुवा सभी कोर्ट पहुंचे थे। कोर्ट के आदेश पर सभी को जेल भेज दिया गया है।

14 के खिलाफ चार्जशीट लगी थी। इसमें 2 आरोपियों की पहले ही मौत हो चुकी है। 1 आरोपी जुवेनाइल में छूट गया था। 1 आरोपी की फाइल अभी विचाराधीन है। बाकी 10 को दोषसिद्ध कर दिया है। सजा सुनाने के लिए 5 अगस्त तय की है। इन धाराओं में सजा-ए-मौत और आजीवन कारावास का प्रावधान है। पूरे केस में 33 गवाहों ने गवाही दी थी। मुख्य आरोपी इजलाल को घोषित किया गया है।

कोतवाली के गुदड़ी बाजार के रहने वाले इजलाल की दोस्ती मेरठ कॉलेज में पढ़ने वाली शीबा सिरोही से हो गई थी। इजलाल शीबा से एकतरफा प्यार करता था। सुनील ढाका भी शीबा को चाहने लगा था। शीबा को इजलाल से तीनों युवकों का मिलना पसंद नहीं था। उसने इजलाल को तीनों के खिलाफ उकसाया था। तीनों को गुदड़ी बाजार में आरोपी इजलाल ने घर बुलाकर हत्या कर दी।

इजलाल ने 22 मई 2008 को मृतक सुनील ढाका (27) निवासी जागृति विहार मेरठ, पुनीत गिरि (22) निवासी परीक्षितगढ़ रोड मेरठ और सुधीर उज्जवल (23) निवासी गांव सिरसली को फोन कर अपने घर बुलाया। पहले शराब पार्टी हुई। उसके बाद इजलाल ने अपने भाइयों और दोस्तों के साथ मिलकर तीनों को पहले गोली मारी। बाद में तलवार से काटा। फिर उनकी आंखें फोड़कर नृशंस हत्या की थी। रातभर टॉर्चर और मौत का खूनी खेल खेला गया। पूरी रात हत्यारे युवकों को काटते रहे और सुबह हो गई।

फिर आरोपियों ने अपने जीने के पास लाशें फेंक दी। मोहल्ले में शोर मचा तो कार में लाशें भरकर भागा। गाड़ी में तेल खत्म हुआ तो नहर किनारे छोड़कर भाग गए। इस घटना को देख और सुनकर हर कोई हैरान था। आनन-फानन मेरठ के साथ ही बागपत पुलिस को अलर्ट किया गया। तत्काल एक आरोपी की गिरफ्तारी भी की गई। मुख्य आरोपी इजलाल से पूछताछ हुई तो हैरान करने वाले खुलासे हुए।

23 मई 2008 को बागपत और मेरठ जिले के बॉर्डर पर बालैनी नदी के किनारे तीन युवकों के शव मिले। मृतकों की पहचान सुनील ढाका (27) निवासी जागृति विहार मेरठ, पुनीत गिरि (22) निवासी परीक्षितगढ़ रोड मेरठ और सुधीर उज्जवल (23) निवासी गांव सिरसली, बागपत के रूप में हुई।

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