भोपाल। कांग्रेस दिग्गज और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा को लेकर अटकलों का दौर खत्म होता नजर नहीं आ रहा है। खबर है कि वायनाड सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में छिंदवाड़ा छेत्र के 6 विधायक गैरमौजूद रहे। इतना ही नहीं खबरें हैं कि राज्य में एकमात्र सांसद नकुलनाथ भी यात्रा में सिर्फ पहले ही दिन शामिल हुए।
साथ थे कमलनाथ लेकिन…
एक रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार को बदनावर में रैली से कमलनाथ समेत सभी विधायक नदारद रहे। हालांकि, मंगलवार को कमलनाथ उज्जैन महाकाल मंदिर में राहुल के साथ थे। रिपोर्ट के मुताबिक, उनका कहना है कि वह सीईसी बैठक के लिए गए हुए थे।
खास बात है कि भारतीय जनता पार्टी ने राज्य की 29 में से 25 सीटों पर नामों का ऐलान कर दिया है। अभी छिंदवाड़ा समेत 5 सीटों पर उम्मीदवार घोषित होने बाकी हैं।
खबर है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल ने एमपी के सभी 66 विधायकों के साथ बैठक तय की थी। अखबार से बातचीत में कमलनाथ ने कहा, ‘मुझे सीईसी बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली बुलाया गया था।’ अन्य 6 विधायकों को लेकर उन्होंने कहा, ‘वे दिल्ली में क्या करते?’
उन्होंने जानकारी दी कि सिर्फ छिंदवाड़ा विधायक ही नहीं, बल्कि कई अन्य क्षेत्र के नेता भी बदनावर रैली में शामिल नहीं हो सके थे। उन्होंने कहा, ‘छिंदवाड़ा के विधायक पहली रैली में भी शामिल नहीं हुए थे।’ खास बात है कि एमपी में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार का गढ़ माना जाता है और आदिवासी बहुल क्षेत्र है।
रिपोर्ट के मुताबिक, छिंदवाड़ा क्षेत्र के सभी 6 विधायक न्याय यात्रा के सभी 6 दिन गायब रहे। वहीं, नकुलनाथ सिर्फ एक ही दिन शामिल हुए थे। अखबार से बातचीत में सिंघार ने बताया, ‘विधायकों के पास अपने कुछ कारण हैं। वे निजी कारणों के चलते नहीं आए। कमलनाथ जी कल उज्जैन में थे।’ इधर, मंगलवार को ही छिंदवाड़ा से 7 कांग्रेस पार्षदों ने भाजपा का दामन थाम लिया था।