जॉनी लीवर को अपने जीवन में कई कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। दर्शकों के चेहरे पर मुस्कान लाने वाले इस कलाकार के बारे में क्या आप जानते हैं कि इस हमेशा मुस्कुराते चेहरे के पीछे जॉनी का कितना बड़ा संघर्ष है? एक समय ऐसा भी आया था जब उन्होंने रेलवे ट्रैक पर जाकर जान देने की कोशिश की थी। इस बात का खुलासा खुद जॉनी ने किया है।
जॉनी लीवर को बॉलीवुड में कॉमेडी अभिनेता के रूप में जाना जाता है। ऐसा अभिनेता जो अपने हास्य अभिनय से दर्शकों को खूब हंसाता है। 80 के दशक में बॉलीवुड में कदम रखा। जॉनी ने कुछ समय तक स्ट्रगल किया। उन्होंने ‘बाजीगर’, ‘राजा हिंदुस्तानी’, ‘दूल्हे राजा’, ‘आमदनी आठवीं चर्चा रुपया’, ‘खट्टा मीठा’, ‘गोलमाल’ जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया।
जॉनी लीवर ने एक इंटरव्यू में अपनी जिंदगी के मुश्किल दौर के बारे में बात की है। जॉनी पर बचपन से ही पूरे परिवार की जिम्मेदारी थी। इसलिए उन्हें कड़ी मेहनत करनी पड़ी। ‘मैं जब भी कुछ करता था तो उससे मिले पैसों से मेरे घर में राशन आ जाता था। काम करने के बाद मैं अपने घर में खाना बनता। मेरे पिता बहुत शराब पीते थे और पीने के बाद उन्हें पता ही नहीं था कि वह क्या करते थे। वो अपने दोस्तों के साथ निकल जाते थे। काम पर नहीं जाते थे और दादागिरी करते थे। हम लोगों को डर लगता था कि मेरा बाप जिंदा आएगा कि नहीं आएगा।’
जॉनी ने कहा कि 13 साल की उम्र में वह इतने उदास थे कि उनके मन में आत्महत्या के विचार आते थे। अपने पिता के व्यवहार से वह इतना परेशान हो गये कि जॉनी ने रेलवे ट्रैक पर जाकर आत्महत्या करने का फैसला कर लिया। ट्रेन के सामने आते ही जॉनी ने जैसे ही आंखें बंद कीं तो उन्हें अपनी तीनों बहनों की याद आ गई। बस इसी वजह से मैंने अपने कदम वापस ले लिए। जॉनी ने अपनी आंखों के सामने मर्डर होते भी देखा है। जॉनी ने कहा ‘जब मैं छोटा था तो मेरी आंखों के सामने कई हत्याएं हुईं। अगर मैं एक्टर नहीं बनता तो जरूर अपराधी बन जाता। लेकिन भगवान की कृपा से मैं भटका नहीं