नई दिल्ली । अयोध्या में आज राम मंदिर का उद्घाटन हुआ है। भगवान राम के बाल स्वरुप की आज प्राण प्रतिष्ठा की गई। मंदिर के निर्माण से उत्तर प्रदेश को पर्यटन में लाभ मिलने वाला है। एसबीआई की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अयोध्या में राम मंदिर और अन्य पर्यटन योजनाएं उत्तर प्रदेश के कर राजस्व में 20,000-25,000 करोड़ रुपए तक का इजाफा कर सकती हैं।
21 जनवरी को जारी की गई रिपोर्ट में राज्य को केंद्र की तीर्थयात्रा कायाकल्प और आध्यात्मिक विरासत संवर्धन अभियान (PRASHAD) योजना से बड़ा लाभ मिलता हुआ देखा गया है। बजट के अनुसार, वित्त वर्ष 2024 में उत्तर प्रदेश का अपना कर राजस्व 2.5 लाख करोड़ रुपए होने की उम्मीद है।
रिपोर्ट में खर्च दोगुने होने का अनुमान
एसबीआई की रिपोर्ट में 2022 की तुलना में इस साल राज्य में पर्यटक खर्च दोगुना होने का अनुमान है। रिपोर्ट में कहा गया, “अयोध्या में राम मंदिर के पूरा होने और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यूपी सरकार द्वारा की गई पहल को देखते हुए, हमारा मानना है कि यूपी में पर्यटकों द्वारा किया जाने वाला कुल खर्च इस साल के अंत तक 4 लाख करोड़ रुपए का आंकड़ा पार कर सकता है।
2022 में घरेलू पर्यटकों ने लगभग 2.2 लाख करोड़ रुपए खर्च किए, जबकि विदेशियों ने राज्य पर 10,000 करोड़ रुपए खर्च किए। 2022 में, अयोध्या में 2.21 करोड़ पर्यटक रिकॉर्ड किए गए।
यूपी की जीडीपी निकल सकती है नॉर्वे से आगे
रिपोर्ट में कहा गया है कि आध्यात्मिक पर्यटन में वृद्धि ने यूपी में पर्यटन परिदृश्य को बदल दिया है, जिसके परिणामस्वरूप भौतिक और डिजिटल बुनियादी ढांचे में सुधार हुआ है, सुलभ कनेक्टिविटी की सुविधा मिली है और यात्रा में पर्याप्त वृद्धि हुई है।
आर्थिक और सामाजिक-आर्थिक मापदंडों पर राज्य के प्रयासों की सराहना करते हुए, रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश के 500 अरब डॉलर का आंकड़ा पार करने की संभावना है क्योंकि भारत वित्त वर्ष 28 में 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा। इसमें कहा गया है, “वित्त वर्ष 2028 तक यूपी का भारतीय सकल घरेलू उत्पाद में दूसरा सबसे अधिक भार होने का अनुमान है और इसकी जीडीपी मानव विकास सूचकांक (एचडीआई) में दूसरे स्थान वाले स्कैंडिनेवियाई देश नॉर्वे से आगे निकल सकती है।