नई दिल्ली। सरायकेला की 52 साल की चामी मुर्मू को पर्यावरण-वनरोपण के लिए सामाजिक कार्य में पद्मी (Padmashree) से सम्मानित किया गया है। चामी ने 3 हजार से अधिक वृक्षारोपण के प्रयास को गति दी और 3 हजार महिलाओं के साथ पौधे लगाए।
स्वयं सहायता समूह की मदद से 40 से ज्यादा गांवों की 30000 महिलाओं को सशक्त बनाया।
बताया जा रहा है कि चामी मुर्मू ने 3000 महिला समूह बनाकर 30 हजार को स्वराेजगार दिलाया है। चामी मुर्मू सरायकेला जिले के राजनगर प्रखंड भाग-16 की जिला परिषद सदस्य हैं। वहीं, इस पद्मश्री सम्मान की घोषणा के बाद नारी शक्ति सम्मान से सम्मानित चार्मी मुर्मू ने बताया कि वह अपने पिता जी और दादा जी की डांट खाने के बाद भी पौधा लगाना नहीं छोड़ी। चार्मी मुर्मू ने बताया कि वह महिलाओं की आर्थिक मदद में शामिल हो, उन्हें स्वावलंबी बनाने की पहल करते हुए आज इस सम्मान की हकदार बनी है।
उन्होंने बताया कि वह बचपन में ही अपने दादा जी से समझ चुकी थी कि पौधा कितना लाभदायक होता है। वह आगे बताती है कि इस जिम्मेदारी के बाद कंधो पर और जिम्मेदारी बढ़ गई है। उन्होंने बताया कि आगे और निष्ठा के साथ काम कर देश की तरक्की में भागीदारी निभायेगी।